केन्द्र सरकार की उल्लवला योजना लॉकडाउन की उडा रही है धज्जिया: कोरोना कोरियर होने का खतरा | Bairad News

Bhopal Samachar
प्रिंस प्रजापति/बैराड। कोरोना से लडने कि लिए देश में लॉकडाउन मोड पर हैं। कोरोना से बचने का एक मात्र उपाया है सोशल डिस्टेंस। समाज में सोशल डिस्टेंस रहे इस कारण ही लॉकडाउन लगाया गया हैं,लेकिन भारत की पीएम की सबसे लोकप्रिय उज्जवला योजना लॉकडाउन की धज्जिया उडा हैं।

किसी भी परिस्थिती में कोई घर से नहीं निकले इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा जोर-शोर से प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है, परन्तु बैराड़ तहसील में जन-धन-योजना के तहत केन्द्र सरकार द्वारा गरीबों के खातों में पाँच सो रूपये व उज्जवला योजना के तहत मिले लोगों कि गैस सिलेंडर की राशि भेजने की सूचना जैसे ही लोगों को मिली तो बैंकों के बाहर भीड़ लगना शुरू हो गई है।

बड़ी संख्या में यूको बैंकों में अपनी-अपनी पास बुक लेकर महिलाएं पुरूष पहुंच रहे हैं। इस कारण बैंको में लंबी लाईने लग रही हैं। लेकिन इन लाईनो में लगे सोशल डिस्टेंस का पालन नही कर रहे है।

बैंको ने इन लाईनो को सोशल डिस्टेंस मेंटेन हो ऐसी कोई व्यवस्था नही की हैं। इस बात की जानकारी पुलिस को दी जाती है पुलिस जैसी ही आती हैं व्यवस्था ठीक हो जाती हैं,लेकिन पुलिस के पीठ फिरते ही कोरोना कैरियर वाली हो जाती हैं।

बैराड नगर में 2 बैंक मध्यांचल ग्रामीण और यूको बैंक है जो आमने—सामने होने के कारण हितग्राहियो की भीड ज्यादा हो रही हैं,बैंको को कूपन व्यवस्था करनी चाहिए,प्रशासन को बैंक प्रबंधन को इस मामले में बातीचीत करना चाहिए। कोरोना कही से भी कोरियर हो सकता हैं। किसी भी किमत पर लाईनो में सोशल डिस्टेंस होना चाहिए।

कियोस्कों पर भी हो रही भारी भीड़, नियंत्रित नहीं
बैराड़ में संचालित विभिन्न कियोस्कों पर भी हर रोज अपार भीड़ एकत्रित हो रही है यहां पर भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाई जा रहीं है इतना ही नही कियोस्कों के संचालको द्वारा भी इसको लेकर कोई ध्यान न दिया जा रहा और ना ही प्रशासन का ध्यान इस ओर जा रहा है ऐसे में कही कोई विकट समस्या उत्पन्न होने का भय भी बना हुआ हैं।