शिवपुरी। सुभाषपुरा थाना क्षेत्र के धौलागढ़ फाटक पर स्थित मंदिर की देखभाल में तैनात एक दिव्यांग भीषण ठंड के दौरान धूनी में जल रही आग पर तापते समय गिर गया और उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना के समय मृतक मंदिर पर अकेला था और वह गांजे का नशा किए हुए था। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार प्रेमचंद्र बाबा पुत्र चिरौंजीलाल निवासी हिम्मतगढ़ धौलागढ़ फाटक पर स्थित मंदिर की सेवा में पिछले लम्बे समय से तैनात है। बताया जाता है कि वह दोनों पैरों से अपाहिज है और वह इस समस्या से जुझने के बाद भी मंदिर की सेवा में लगा रहता था।
बीती रात्रि मंदिर पर वह अकेला था और भीषण ठंड के कारण उसने मंदिर की धूनी में आग प्रज्जवलित की और उस पर तापना शुरू कर दिया। तापते-तापते उसने गांजा का नशा भी किया। इसी दौरान वह अपना संतुलन खो बैठा और जलती आग में गिर गया।
जिसका उसका शरीर 90 प्रतिशत तक जल गया और उसके प्राण निकल गए। उसी दौरान गांव के कुछ लोग वहां से गुजरे जिन्हें मंदिर से धुंआ उठने के साथ-साथ बदबू आती दिखी। जिन्होंने मंदिर में जाकर देखा तो प्रेमचंद्र बाबा जली अवस्था में धूनी में जले हुए पड़े थे।
तुरंत ही उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी दी और सूचना पाकर पुलिस मौके पर आ गई। इसके बाद प्रेमचंद्र बाबा को धूनी से बाहर निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उनकी मौत की पुष्टि की। बाद में पुलिस ने शव को पीएम हाउस भिजवा दिया।