शिवपुरी । कांग्रेस कार्यालय शिवपुरी में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने प्रेस वर्ता में पत्रकारों ने शिवपुरी जिले में माफियाओं के विरूद्ध कार्रवाई को लेकर प्रभारी मंत्री को घेरा और उनसे पूछा कि वह बताएं शिवपुरी जिले में माफियाओं के विरूद्ध कार्रवाई की क्या स्थिति है? पत्रकारों ने प्रभारी मंत्री को बताया कि माफियाओं के विरूद्ध कार्रवाई करने के नाम पर गरीबों के मकान और चबूतरे ध्वस्त किए गए हैं।
बिना परमीशन और परमीशन के विपरीत निर्माण करने वालों को ही निशाना बनाया गया है। पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वह बताएं यदि कोई मकान सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर बनाया गया है। तो उसके खिलाफ समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की गई? जबकि अधिकारियों ने अनुमति से लेकर जमीन का नामांतरण तक किया था। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई? शिवपुरी जिले में बैरियरों पर कटरों द्वारा अभी भी अवैध वसूली की जा रही है।
खदान माफिया के खिलाफ भी ऐसी कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे अवैध उत्खनन रूक सके। जवाब में प्रभारी मंत्री श्री तोमर ने यह अवश्य कहा कि तुलनात्मक रूप से कांग्रेस सरकार में स्थिति सुधरी है। भाजपा शासनकाल में जिला अस्पताल में आईसीयू बंद था, लेकिन हमने इसे चालू कराया है। शिवपुरी में सफाई की स्थिति में भी सुधार आया है।
भाजपा 15 साल के कुशासन में पूरे प्रदेश में माफियाराज बढ़ा, लेकिन हमारी कमलनाथ सरकार ने प्रदेश को माफिया मुक्त बनाने का संकल्प लिया है और 11 प्रकार के माफिया चिन्हित कर पूरे प्रदेश में उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। माफिया अभियान की शुरूआत इंदौर से की गई है जहां पत्रकारिता के नाम पर ब्लैकमेलिंग और अवैध निर्माण करने वाले होटल व्यवसायी जीतू सोनी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।
उक्त बात खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री तथा शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर ने सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में कही। प्रभारी मंत्री ने जहां माफिया विरोधी अभियान में पूरे प्रदेश की उपलब्धियां गिनाईं, लेकिन वह इस अभियान के तहत शिवपुरी जिले में अवैध अतिक्रमण और स्वीकृत नक्शों के विपरीत निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के अतिरिक्त कोई उपलब्धि नहीं गिना सके।
पत्रकावार्ता में जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव, विधायक सुरेश राठखेड़ा, पूर्व विधायक हरिबल्लभ शुक्ला और गणेश गौतम तथा प्रदेश कांग्रेस महासचिव हरवीर सिंह रघुवंशी, कांग्रेस के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता सहित अनेक कांग्रेसजन भी मौजूद थे।
प्रदेश की उपलब्धि गिनाई, लेकिन शिवपुरी की उपलब्धि को नहीं बता सके प्रभारी मंत्री
प्रभारी मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर ने बताया कि भाजपा के शासन में माफियाराज के कारण प्रदेश लुटा है। यहां तक कि बलात्कार के मामले में भी पूरे देश में मध्यप्रदेश का पहला नंबर था। यह देखकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संकल्प लिया कि प्रदेश के कोने-कोने से चुन-चुनकर माफियाओं का सफाया किया जाएगा।
इस दृष्टि से प्राथमिक रूप से 11 प्रकार के माफियाओं को चिन्हित किया गया। ये हैं ड्रग माफिया, भूमाफिया, ब्लैकमेल माफिया, माइनिंग माफिया, शराब माफिया, मिलावट माफिया, चिटफंड माफिया, अवैध कॉलोनी माफिया, फिरौती माफिया आदि। अभी तक की कार्रवाई में 615 भूमाफियाओं, 694 शराब माफियाओं, 150 मिलावट माफियाओं, 65 सहकारी माफियाओं, 149 वसूली माफियाओं तथा ट्रांसपोर्ट माफियाओं के 1053 वाहनों पर कार्रवाई की गई।
श्री तोमर ने भावुक अंदाज में कहा कि मिलावट माफिया के कारण प्रदेश के हर 10वे घर में आज केंसर ने पैर पसार लिए हैं। दूध में यूरिया मिलाकर बेचा जा रहा है और लोगों की जान ली जा रही है। माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र करते हुए प्रभारी मंत्री तोमर ने बताया कि मंदसौर में अंतर्राष्ट्रीय फरार अफीम तस्कर मोहम्मद सफी और उसके भाई मोहम्मद अयूव के करोड़ों रूपयों की आलीशान हवेलियों को ध्वस्त कर दिया गया है।
उनसे भगवान पशुपतिनाथ की कब्जा की गई 250 करोड़ रूपए की भूमि मुक्त कराई गई। जबलपुर, इंदौर और भोपाल में भी कई माफियाओं के खिलाफ सशक्त कार्रवाई की गई। कई बड़े सूचीबद्ध माफियाओं के घरों को नेस्तनाबूद कर दिया गया।