शिवपुरी। शिक्षाविभाग में चल रही भ्रष्टाचार एक्सप्रेस पकडी गई हैं,लेनदेन की सूची भी कलेक्टर के पास पहुंचा दी गई हैं,कलेक्टर ने मामला सेंसटीव होने के कारण कार्रवाई की बात करते हुए टीएल बैठक के लिए रख लिया हैं। मामला शिक्षको के अधिकार के पैसो के रिलीज को लेकर हैं।
जानकारी के अनुसार बदरवास ब्लॉक के संकुल केंद्र रन्नौद में पदस्थ शिक्षकों ने संकुल के बाबू पर बिलों के भुगतान के एवज में रिश्वत मांगने और रुपए लेकर भी काम न करने के आरोप लगाए हैं। शिक्षकों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर को 84 शिक्षकों की लिस्ट सौंपी है जिनसे संकुल केंद्र के बाबू ने 2.50 लाख रुपए से ज्यादा की रिश्वत ली है।
इस सूची में प्रत्येक शिक्षक के नाम के आगे बाबू के दी गई राशि लिखी है। लिखित शिकायत और सूची के आधार पर कलेक्टर ने जांच का आश्वासन देकर मामला टीएल (टाइम लिमिट) बैठक में रख लिया है। शिक्षकों का आरोप है कि संकुल केंद्र से सातवें वेतनमान की दूसरी किस्त, तृतीय क्रमोन्नति की एरियर राशि और जीपीएफ भुगतान के एवज में बाबू रिश्वत मांग रहा है।
जानकारी के अनुसार संकुल केंद्र रन्नौद के स्कूलों में दाे से अधिक शिक्षक पदस्थ हैं। मौजूदा शिक्षक और पिछले तीन-चार साल में रिटायर हुए 10 से अधिक शिक्षकों ने मंगलवार को कलेक्टर अनुग्रहा पी. को 84 शिक्षकों के नामों की लिस्ट सौंपी है। इसमें संकुल केंद्र रन्नौद के बाबू हरिशंकर मथनेया पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं।
लिस्ट में दर्ज अलग-अलग राशि के अनुसार 2.50 लाख से ज्यादा रुपए एक साल के भीतर वसूले गए हैं। शिक्षकों का आरोप है कि सातवें वेतनमान की राशि जारी नहीं कराई है। तृतीय क्रमोन्नति की एरियर राशि के बिल बनाकर जारी नहीं किए जा रहे हैं। रिश्वत लेने के बाद भी बाबू परेशान कर रहा है। जीपीएफ भुगतान कराने के एवज में भी हजारों रुपए लिए जा रहे हैं।
बीमार पत्नी का इलाज कराना है, उसकी मौत हुई तो बाबू जिम्मेदार
मेरी पत्नी गीता शर्मा के इलाज के लिए जनवरी 2019 में जीपीएफ से चार लाख रुपए निकाले थे। पूर्व प्राचार्य जेपी मंगल की वजह से राशि निकल आई, लेकिन बाबू मथनेया ने पासबुक रख ली। पासबुक के बदले वह 40 हजार रुपए मांग रहा है। मुझे अभी तक क्रमोन्नति व सातवें वेतनमान की एरियर राशि करीब 80 हजार रुपए नहीं मिली है। पत्नी के इलाज में सारा पैसा लग गया। अभी और रुपए चाहिए। पत्नी की मौत हाे गई तो बाबू के आगे डाल दूंगा। मनीराम शर्मा, शिक्षक
इंक्रीमेंट और सातवां वेतनमान नहीं लगाया, पेंशन कम मिल रही
मैं साल 2016 में रिटायर हो चुका हूं। दो इंक्रीमेंट व सातवां वेतनमान नहीं लगा है। बाबू समस्या का निराकरण नहीं कर रहा। अभी पेंशन 28 हजार रुपए मिल रही है। इंक्रीमेंट व वेतनमान लगने के बाद 35 हजार रुपए मिलने लगेगी। सातवें वेतनमान के 75 हजार रुपए भी नहीं मिले हैं। बाबू ने 10 हजार रुपए उधार मांगे थे, जो नहीं लौटाए। मैं तो चक्कर लगा-लगाकर थक चुका हूं। हर बार मुझे नया बहाना बना देता है। काम भी नहीं कर रहा है। रामेश्वर दयाल सोनी, रिटायर्ड शिक्षक
हर काम में बाबू रुपए मांगता है, मुझसे 5 हजार रु. लिए
अर्जित अवकाश मंजूरी, जीपीएफ, रिलीव करने, पासबुक पर ठप्पा लगवाने के एवज में बाबू रिश्वत मांगता है। हर काम में बाबू पैसे मांगता है। ठप्पा लगवाने के लिए मुझसे 5 हजार रुपए लिए। दूसरी बार 5 हजार रुपए उधार मांग लिए और आज तक नहीं लौटाए। मैं कई बार पैसों का तकादा कर चुका हूं, लेकिन उसके कान में जूं तक नहीं रेंगी। मैं उसे हर प्रकार से समझा चुका हूं, हर बार मुझसे पैसा देने की बात करता है, लेकिन पैसा देता नहीं है। मोहम्मद वकील काजी, शिक्षक
बाबू की सफाई
सारे शिक्षकों के सातवें वेतनमान के बिल बीईओ ऑफिस भिजवा दिए हैं
संकुल के सारे शिक्षकों के सातवें वेतनमान के बिल बनाकर बीईओ ऑफिस भिजवा दिए हैं। विभागीय जांच की वजह से चार शिक्षकों का वेतनमान नहीं लगा है। शिक्षक मनीराम को उनकी पासबुक लौटा दूंगा लेकिन वे भी अपनी सर्विस बुक घर ले गए हैं। मोहम्मद काजी भी कई सर्विस बुक उठाकर घर ले गए हैं। अगस्त में उन्हें प्रभारी प्राचार्य से हटा दिया गया है। इसलिए मेरे खिलाफ झूठी शिकायत कर रहे हैं। हरिशंकर मथनेया, बाबू, संकुल केंद्र, रन्नौद (जिसके खिलाफ शिकायत की गई)
गडबडी मिली है तो कार्रवाई करेंगे
बाबू की शिकायत संबंधी मामला मेरे पास नहीं आया है। यदि किसी तरह की गड़बड़ी है तो हम जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। कुछ महीने पहले रन्नौद संकुल के प्रभारी प्राचार्य को शिकायत के चलते हटा भी चुके हैं। अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी, शिवपुरी
जांच कराई जाएगी
मामला टाइम लिमिट बैठक के बिंदुओ में ले लिया है। शिकायत की जांच कराएंगे। शिकायत सही पाए जाने पर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अनुग्रहा पी.,कलेक्टटर शिवपुरी
जानकारी के अनुसार बदरवास ब्लॉक के संकुल केंद्र रन्नौद में पदस्थ शिक्षकों ने संकुल के बाबू पर बिलों के भुगतान के एवज में रिश्वत मांगने और रुपए लेकर भी काम न करने के आरोप लगाए हैं। शिक्षकों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर को 84 शिक्षकों की लिस्ट सौंपी है जिनसे संकुल केंद्र के बाबू ने 2.50 लाख रुपए से ज्यादा की रिश्वत ली है।
इस सूची में प्रत्येक शिक्षक के नाम के आगे बाबू के दी गई राशि लिखी है। लिखित शिकायत और सूची के आधार पर कलेक्टर ने जांच का आश्वासन देकर मामला टीएल (टाइम लिमिट) बैठक में रख लिया है। शिक्षकों का आरोप है कि संकुल केंद्र से सातवें वेतनमान की दूसरी किस्त, तृतीय क्रमोन्नति की एरियर राशि और जीपीएफ भुगतान के एवज में बाबू रिश्वत मांग रहा है।
जानकारी के अनुसार संकुल केंद्र रन्नौद के स्कूलों में दाे से अधिक शिक्षक पदस्थ हैं। मौजूदा शिक्षक और पिछले तीन-चार साल में रिटायर हुए 10 से अधिक शिक्षकों ने मंगलवार को कलेक्टर अनुग्रहा पी. को 84 शिक्षकों के नामों की लिस्ट सौंपी है। इसमें संकुल केंद्र रन्नौद के बाबू हरिशंकर मथनेया पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं।
लिस्ट में दर्ज अलग-अलग राशि के अनुसार 2.50 लाख से ज्यादा रुपए एक साल के भीतर वसूले गए हैं। शिक्षकों का आरोप है कि सातवें वेतनमान की राशि जारी नहीं कराई है। तृतीय क्रमोन्नति की एरियर राशि के बिल बनाकर जारी नहीं किए जा रहे हैं। रिश्वत लेने के बाद भी बाबू परेशान कर रहा है। जीपीएफ भुगतान कराने के एवज में भी हजारों रुपए लिए जा रहे हैं।
बीमार पत्नी का इलाज कराना है, उसकी मौत हुई तो बाबू जिम्मेदार
मेरी पत्नी गीता शर्मा के इलाज के लिए जनवरी 2019 में जीपीएफ से चार लाख रुपए निकाले थे। पूर्व प्राचार्य जेपी मंगल की वजह से राशि निकल आई, लेकिन बाबू मथनेया ने पासबुक रख ली। पासबुक के बदले वह 40 हजार रुपए मांग रहा है। मुझे अभी तक क्रमोन्नति व सातवें वेतनमान की एरियर राशि करीब 80 हजार रुपए नहीं मिली है। पत्नी के इलाज में सारा पैसा लग गया। अभी और रुपए चाहिए। पत्नी की मौत हाे गई तो बाबू के आगे डाल दूंगा। मनीराम शर्मा, शिक्षक
इंक्रीमेंट और सातवां वेतनमान नहीं लगाया, पेंशन कम मिल रही
मैं साल 2016 में रिटायर हो चुका हूं। दो इंक्रीमेंट व सातवां वेतनमान नहीं लगा है। बाबू समस्या का निराकरण नहीं कर रहा। अभी पेंशन 28 हजार रुपए मिल रही है। इंक्रीमेंट व वेतनमान लगने के बाद 35 हजार रुपए मिलने लगेगी। सातवें वेतनमान के 75 हजार रुपए भी नहीं मिले हैं। बाबू ने 10 हजार रुपए उधार मांगे थे, जो नहीं लौटाए। मैं तो चक्कर लगा-लगाकर थक चुका हूं। हर बार मुझे नया बहाना बना देता है। काम भी नहीं कर रहा है। रामेश्वर दयाल सोनी, रिटायर्ड शिक्षक
हर काम में बाबू रुपए मांगता है, मुझसे 5 हजार रु. लिए
अर्जित अवकाश मंजूरी, जीपीएफ, रिलीव करने, पासबुक पर ठप्पा लगवाने के एवज में बाबू रिश्वत मांगता है। हर काम में बाबू पैसे मांगता है। ठप्पा लगवाने के लिए मुझसे 5 हजार रुपए लिए। दूसरी बार 5 हजार रुपए उधार मांग लिए और आज तक नहीं लौटाए। मैं कई बार पैसों का तकादा कर चुका हूं, लेकिन उसके कान में जूं तक नहीं रेंगी। मैं उसे हर प्रकार से समझा चुका हूं, हर बार मुझसे पैसा देने की बात करता है, लेकिन पैसा देता नहीं है। मोहम्मद वकील काजी, शिक्षक
बाबू की सफाई
सारे शिक्षकों के सातवें वेतनमान के बिल बीईओ ऑफिस भिजवा दिए हैं
संकुल के सारे शिक्षकों के सातवें वेतनमान के बिल बनाकर बीईओ ऑफिस भिजवा दिए हैं। विभागीय जांच की वजह से चार शिक्षकों का वेतनमान नहीं लगा है। शिक्षक मनीराम को उनकी पासबुक लौटा दूंगा लेकिन वे भी अपनी सर्विस बुक घर ले गए हैं। मोहम्मद काजी भी कई सर्विस बुक उठाकर घर ले गए हैं। अगस्त में उन्हें प्रभारी प्राचार्य से हटा दिया गया है। इसलिए मेरे खिलाफ झूठी शिकायत कर रहे हैं। हरिशंकर मथनेया, बाबू, संकुल केंद्र, रन्नौद (जिसके खिलाफ शिकायत की गई)
गडबडी मिली है तो कार्रवाई करेंगे
बाबू की शिकायत संबंधी मामला मेरे पास नहीं आया है। यदि किसी तरह की गड़बड़ी है तो हम जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। कुछ महीने पहले रन्नौद संकुल के प्रभारी प्राचार्य को शिकायत के चलते हटा भी चुके हैं। अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी, शिवपुरी
जांच कराई जाएगी
मामला टाइम लिमिट बैठक के बिंदुओ में ले लिया है। शिकायत की जांच कराएंगे। शिकायत सही पाए जाने पर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अनुग्रहा पी.,कलेक्टटर शिवपुरी