बैराड। खबर जिले के पोहरी अनुविभाग के बैराड थाना क्षेत्र के बैराड कस्बे से आ रही है। जहां एन्टी माफिया मुहिम के तहत प्रशासन की जेसीबी सहित पूरा अमला धोरिया रोड के पास स्थिति छात्राबास के पास पहुंच गया है। जहां प्रशासन की पूरी टीम सहित 4 थानों का फोर्स उपस्थिति है। यह इस कार्यवाही के बाद बैराड में हडकंप की स्थिति निर्मित हो गई है। जिस नंबर पर प्रशासन अतिक्रमण हटाने गया है वह चरनौई के नाम पर खसरे में दर्ज है। जिसको भू माफियायों ने भौले भाले ग्रामीणों को बेच दिया है।
जानकारी के अनुसार आज पोहरी एसडीएम पल्लबी वैद्य,डिप्टी कलेक्टर क्रतिका सिंह, तहसीलदार रामनिवास धाकड,सीएमओ नगर पंचायत अब्दुल अकवर कुरैशी,नायव तहसीलदार विजय शर्मा बैराड सहित थाना प्रभारी उमेश उपाध्याय का पूरा दल धौरिया रोड पर जा पहुंचा। जहां धौरिया रोड पर पक्के मकानों को प्रशासन ने धरासाई करना प्रारंभ कर दिया है। यहां लोगों की हालात लगातार विगडती जा रही है।
बताया गया है कि उक्त जमीन राजस्व में कालामढ में सर्वे नंबर 571/ 3 की है। जो राजस्व के खाते में चरनौई के साथ साथ शासकीय है। यह नंबर लगभग 89 बीघा का है। जिसे बैराड के ही कुछ भू माफियाओं ने नोटरी के जरिए बैंच दिया था। जिसपर लोगों ने अपने अपने पक्के निर्माण कर लिए थे। इस कार्यवाही के बाद शहर में हडकंप मच गया। यहां हालात यह है कि पूरा बैराड अतिक्रमण की चपेट में है। उसके बाद इस तरह की कार्यवाही के बाद ग्रामीणों का रो रो कर बुरा हाल है। ग्रामीण चीख चीख कर कमलनाथ सरकार को गालियां दे रहे है। लोगों का आरोप है कि जब अतिक्रमण हो रहा था उस समय प्रशासन सामने क्योंं नहीं आया जो अब लाखो रूपए कर्जा कर बनाए गए मकानों को पल भर में धरासाई कर रहे है।
खबर लिखे जाने तक प्रशासन की टीम ने केशव शर्मा निवासी रैय्यन,अतरसिंह रावत के बने पक्के मकानों को जमींदोज कर दिया है। इसके साथ ही यह मुहिम लगातार जारी है। इस दौरान प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल को यहां तैनात कर रखा है। जिसके चलते पब्लिक खुलकर विरोध भी नहीं कर पा रही है।