कोलारस। जिले के कोलारस अनुविभाग के श्रीजी बेयर हाउस के बदनाम चने का रायता प्रशासन जितना समेटने का प्रयास करता रहा यह रायता उतना ही फैलता जा रहा है। जिसके चलते हालात यह हो गई है कि इस बदनाम चने की चौथी बार की बोली में प्रशासन ने इसे बेंच दिया है। इस बदनाम चने को उठाने का काम भी अब उक्त कंपनी करने लगी है। इस सर्वाधिक रेट में बदनाम चने की नीलामी के बाद भी शासन को 25 लाख रूपए का चूना लगना तय है।
जानकारी के अनुसार बीते दिनों जिले के कोलारस अनुविभाग के श्रीजी वेयर हाउस पर प्रशासन ने समर्थन मूल्य में चने की खरीदी कराई थी। जिसपर से सोसाईटी प्रबंधक और वेयर हाउस संचालक की मिली भगत से यहां अमानक चने की भरमार कर डाली। दोनों ने अपना फायदा पहुंचाने के लिए इस गौदाम में 3386 क्विटंल चना अमानक खरीद कर शासन को टिपाने का प्रयास किया।
इस मामले को शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिससे यह पूरा मामला परत दर परत खुलता ही चला गया। इस मामले के हर पहलू पर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की तिरछी नजर के चलते यहां प्रशासन ने अपने अधीनस्थों को बचाने के लिए जितनी भी चाले चली सभी चालों को शिवपुरी समाचार डॉॅट कॉम ने फैल कर दिया।
रायता फैलता देख प्रशासन पर किसानों का पैमेंंट करने का दबाब आने लगा। जिसपर से शासन ने इस बदनाम चने की नीलामी की योजना बनाई। एक के बाद एक तीन बार इस बदनाम चने की नीलामी हुई। परंतु हर बार व्यापारी दिखाए गए चने और भरवाए जा रहे चने को देखकर नीलामी छोडकर भागने लगे।
जिसके चलते उक्त चने की नीलामी तीन बार कैंसिंल हुई। नीलामी कैसिंल होने के चलते प्रशासन पर शासन स्तर से किसानों का पैंमेंट करने का दबाब आने लगा। जिसके चलते प्रशासन ने चौथी बार इस अमानक चने की बोली लगबाई। जिसमें अशोकनगर की कंपनी बाबूलाल इंन्टरप्राईसेस ने उक्त बदमान चने को 3960 रूपए की रेट में खरीदा है।
यहां बता दे कि उक्त चने को शासन ने समर्थन मूल्य में 4620 रूपए में खरीदा था। जिसमें लगभग 3386 क्विटंल चना अमानक पाया गया। जिसकी नीलामी हुई है। इस नीलामी के बाद भी प्रशासन को अपने स्तर से लगभग 25 लाख रूपए का नुकसान हुआ है। अब देखना यह हैै कि इस नुकसान की भरपाई प्रशासन किस फंड से करेंगा। इस मामले में जिम्मेदारों को बचाने में भी प्रशासन पूरी तरह से जुटा हुआ है। परंतु आज तक इस बदनाम चने के लिए दोषीयों पर प्रशासन कोई ठोंस कदम नहीं उठा पाया है। अब अशोकनगर की बाबूलाल इंटरप्राईसेस नामक फर्म इसे उठवा रही हैं।
इनका कहना है
उक्त चना 3913 रूपए की रेट में बिका है। जिसे उठवाया जा रहा है। अब इसमें कितने का नुकसान हुआ है यह अभी तय नहीं हुआ है,अब जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई उक्त सोसाईटी प्रंबंधक से बसूल की जाएगी। इसके लिए जो भी शासन के नियम है उसी हिसाब से बसूली करेंगे।
बायके सिंह,जिला महाप्रबंधक, सहकारिता शिवपुरी।
जानकारी के अनुसार बीते दिनों जिले के कोलारस अनुविभाग के श्रीजी वेयर हाउस पर प्रशासन ने समर्थन मूल्य में चने की खरीदी कराई थी। जिसपर से सोसाईटी प्रबंधक और वेयर हाउस संचालक की मिली भगत से यहां अमानक चने की भरमार कर डाली। दोनों ने अपना फायदा पहुंचाने के लिए इस गौदाम में 3386 क्विटंल चना अमानक खरीद कर शासन को टिपाने का प्रयास किया।
इस मामले को शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिससे यह पूरा मामला परत दर परत खुलता ही चला गया। इस मामले के हर पहलू पर शिवपुरी समाचार डॉट कॉम की तिरछी नजर के चलते यहां प्रशासन ने अपने अधीनस्थों को बचाने के लिए जितनी भी चाले चली सभी चालों को शिवपुरी समाचार डॉॅट कॉम ने फैल कर दिया।
रायता फैलता देख प्रशासन पर किसानों का पैमेंंट करने का दबाब आने लगा। जिसपर से शासन ने इस बदनाम चने की नीलामी की योजना बनाई। एक के बाद एक तीन बार इस बदनाम चने की नीलामी हुई। परंतु हर बार व्यापारी दिखाए गए चने और भरवाए जा रहे चने को देखकर नीलामी छोडकर भागने लगे।
जिसके चलते उक्त चने की नीलामी तीन बार कैंसिंल हुई। नीलामी कैसिंल होने के चलते प्रशासन पर शासन स्तर से किसानों का पैंमेंट करने का दबाब आने लगा। जिसके चलते प्रशासन ने चौथी बार इस अमानक चने की बोली लगबाई। जिसमें अशोकनगर की कंपनी बाबूलाल इंन्टरप्राईसेस ने उक्त बदमान चने को 3960 रूपए की रेट में खरीदा है।
यहां बता दे कि उक्त चने को शासन ने समर्थन मूल्य में 4620 रूपए में खरीदा था। जिसमें लगभग 3386 क्विटंल चना अमानक पाया गया। जिसकी नीलामी हुई है। इस नीलामी के बाद भी प्रशासन को अपने स्तर से लगभग 25 लाख रूपए का नुकसान हुआ है। अब देखना यह हैै कि इस नुकसान की भरपाई प्रशासन किस फंड से करेंगा। इस मामले में जिम्मेदारों को बचाने में भी प्रशासन पूरी तरह से जुटा हुआ है। परंतु आज तक इस बदनाम चने के लिए दोषीयों पर प्रशासन कोई ठोंस कदम नहीं उठा पाया है। अब अशोकनगर की बाबूलाल इंटरप्राईसेस नामक फर्म इसे उठवा रही हैं।
इनका कहना है
उक्त चना 3913 रूपए की रेट में बिका है। जिसे उठवाया जा रहा है। अब इसमें कितने का नुकसान हुआ है यह अभी तय नहीं हुआ है,अब जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई उक्त सोसाईटी प्रंबंधक से बसूल की जाएगी। इसके लिए जो भी शासन के नियम है उसी हिसाब से बसूली करेंगे।
बायके सिंह,जिला महाप्रबंधक, सहकारिता शिवपुरी।