शिवपुरी। खबर शहर के सिटी कोतवाली क्षेत्र के नवाब सहाब रोड से आ रही है। जहां आज एक महिला ने एक युवक पर मारपीट का आरोप लगाया है। इस मामले में पीडिता आरोपी पर रेप का आरोप लगा रही है। जबकि नोटरी को आधार बनाकर पुलिस ने आरोपी को बचाते हुए महज मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है। महिलाओ की सुरक्षा के लिए बनाए गए महिला बाल विकाश विभाग के वन स्टॉप सेंटर की लापरवाही के चलते अब पेट में पल रहे मासूम को अपनी जान से हाथ धोना पडा है।
जानकारी के अनुसार बीते दो माह पूर्व पुलिस के पास एक आवेदन आया। जिसमें एक महिला ने शिवपुरी निवासी बंटी कुशवाह जो कि वर्तमान में फोरेस्ट गार्ड है पर रेप सहित मारपीट का आरोप लगाया था। इस मामले में पीडिता का आरोप है कि महिला बाल विकाश विभाग द्धारा बनाए गए बन स्टॉप सेंटर की प्रशासक और अन्य कर्मचारीयों के अनैतिक गठबंधन के चलते उक्त मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया गया है।
बताया गया है कि पुलिस ने महिलाओं की काउंसलिंग के लिए बनाए वन स्टॉप सेंटर भेज दिया। बताया जा रहा है कि उक्त मामले को वन स्टॉप सेंटर में पदस्थ अधिकारीयों ने पूरी तरह से दबा दिया। महिला का आरोप है कि वन स्टॉप सेंटर में काउसलिंग के लिए आने बाली मेडम उमा मिश्रा उक्त आरोपी के संपर्क में है। जिसके चलते इस पूरे मामले को दबाया गया है।
हद तो तब हो गई जब आरोपी उक्त हरकतों से बाज नहीं आया और महिला के साथ जमकर मारपीट कर दी। जिससे महिला के पेट में पल रहा 7 माह के मासूम की पेट में ही मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद पुलिस ने आनन फानन में इस मामले में आरोपी के खिलाफ मारपीट की धाराओ में मामला दर्ज कर लिया।
परंतु इस मामले में सबसे अहम बात यह है कि यह मामला दो माह से वन स्टॉप सेंटर में चल रहा है। बताया जा रहा है कि इस सेंटर में पदस्थ मेडम कंचन गौड और अंगूरी बाथम ने आरोपी से अनैतिक डील करते हुए इस मामले को दबा दिया। जब इस संबंध में कंचन गौड से बात की गई तो उन्होने दो दिन पहले मामले आने की बात कहकर फोन काट दिया।
क्या है पूरा मामला
यह मामला कटनी निवासी एक 30 साल की महिला का है। जो कि फोरेस्ट कैंम्प कटनी मे खाना बनाने का काम करती है। बीते दो साल पहले आरोपी बंटी कुशवाह निवासी नवाब सहाब रोड के पिता की मौत के बाद उसे अनुकंपा न्युक्ति मिली थी। जिसके चलते युवक नौकरी ज्योइन कर कटनी में ट्रेनिंग पर गया। जहां आरोपी का उक्त युवती से प्रेम प्रसंग प्रारंभ हुआ। बताया जा रहा है कि इस प्रेम प्रसंग के चलते दोनों साथ लिव इन में रहने लगे। उसके बाद जैसे ही ट्रेनिंग खत्म हुई उक्त आरोपी महिला को लेकर अपनी ज्योनिंग बाले स्थान चंदेरी अशोकनगर में किराए के कमरे में आकर रहने लगा।
महिला का आरोप है कि उक्त आरोपी उसे शादी का झांसा देकर लगातार उसके साथ संबंध बनाता रहा और उसे लिव इन में रखता रहा। परंतु जब महिला ने कहा कि वह उससे शादी कर ले और अपने परिवार के पास लेकर चले तो आरोपी ने इंकार कर दिया। उसके बाद आरोपी ने उक्त मामले में कोर्ट में जाकर नोटरी के जरिए उक्त महिला से शादी कर ली। इस शादी के बाद जब महिला ने कहा कि वह उसे अपने घर लेकर चले तो आरोपी ने इंकार कर दिया। आरोपी अकेला अपने घर जाता परंतु महिला को लेकर नहीं जाता।
इसी बात को लेकर दोनों में अक्सर विबाद होता रहता। महिला का आरोप है कि उक्त आरोपी उसे आए दिन पीटता रहता। जिसके चलते महिला ने उक्त मामले में पुलिस की शरण लेना उचित समझा। जब मामला पुलिस के दो माह पूर्व पहुंचा तो पुलिस ने उक्त मामले को महिलाओं की काउसंलिंग के लिए बनाए गए वन स्टॉप सेंटर भेज दिया।
बताया जा रहा है कि यहां उक्त मामले में पीडित का पक्ष किसी ने नहीं सुना और मामले को ले देकर महिला को नोटरी के जरिए शादीशुदा बताकर महिला को भगा दिया। महिला का आरोप है कि वन स्टॉप सेंटर में पदस्थ कंचन गौड और अंगूरी बाथम ने आरोपी बंटी से लेनदेन कर लिया। जिसके चलते उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
लगातार दो माह से उक्त महिला दर दर की ठौकर खा रही थी। तभी गुरूवार को उक्त आरोपी फिर महिला के पास आ गया और महिला को शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी देने लगा। जब महिला ने विरोध किया तो आरोपी ने महिला के पेट में लात मार दी।
उक्त महिला 7 माह की प्रेग्नेंट थी। जिसके चलते पेट में लात पडते ही उक्त महिला के बच्चे की पेट में ही मौत हो गई। महिला की तवियत विगडने लगी तो वन स्टॉप सेंटर में पदस्थ कर्मचारी आनन फानन में उक्त महिला को लेकर कोतवाली पहुंचे। जहां शादी का उल्लेख करते हुए महज मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर महिला को अस्पताल में भर्ती कराया।
जहां जब महिला की चिकित्सकों ने जांच की तो सामने आया कि उसके गर्भ में पल रहे 7 माह के मासूम की मौत हो गई है। जिसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां अब डॉक्टरों की टीम उक्त महिला का अर्वोसन करने की तैयारी में है। यहां बता दे कि उक्त पूरा घटनाक्रम वन स्टॉप सेंटर की टीम की लापरवाही से हुआ है। अगर वह इस मामले में पहले ही एफआईआर दर्ज करा देते तो एक 7 माह के मासूम को काल के गाल मे नहीं समाना पडता।
सीधी बात
शिवपुरी समाचार: यह एक लडकी बाला मामला आया है वह क्या है ?
कंचन गौड: कुछ नहीं इसका थोडा सा पति से झगडा हुआ है,हम उसकी जांच करा रहे है।
शिवपुरी समाचार: क्या ? उक्त आरोपी इसका पति है,इसकी शादी तो हुई ही नहीं है?
कंचन गौड:पति नहीं है तो कौन है,हम नोटरी के हिसाब से बोल रहे है। बांकि का जो भी है वह कोर्ट है। हम क्या कर सकते है यह हम कोशिस कर रहे है।
शिवपुरी समाचार: यह मामला अपने यहां कब से आया है ?
कंचन गौड: यह महिला दो तीन दिन पहले ही आई है।
शिवपुरी समाचार: यह महिला दो माह से घूम रही है आप दो दिन की कैसे बोल रहे है,अगर आप पहले कार्यवाही करा देते तो बच्चा खत्म नहीं होता ?
कंचन गौड:हमने कार्यवाही सब जगह कराई है,हमने कोई पोईंट नहीं छोडा,में अभी इसी मामले में व्यस्त हूं आपसे बाद में बात करती हूं। इतना कहकर फोन काट दिया।