शिवपुरी। मप्र में एम मात्र फिजिकल एजुकेशन कॉलेज में बंद हो चुके डिग्री कोर्स को नए साल में ग्वालियर शुरू करेगा। संयुक्त संचालक शिक्षा ने अंचल के स्कूलों में पदस्थ मास्टर आफ फिजिकल एजुकेशन (एमपीएड) डिग्री होल्डर टीचरों को शिवपुरी में पदस्थ करने का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा है। शासन से आदेश जारी होने पर इन टीचरों के सहारे नए साल में जीवाजी यूनिवर्सिटी से बीपीएड की 55 सीटों के लिए मान्यता मिल जाएगी।
संयुक्त संचालक कार्यकाल ने अक्टूबर 2019 में आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय को प्रस्ताव भेजकर ग्वालियर-चंबल संभाग में पदस्थ टीचरों को शिवपुरी के शासकीय तात्या टोपे राज्य शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय में पदस्थ करने का आग्रह किया है।
एमपीएड पास आउट इन टीचरों को व्याख्याता के पद पर पदस्थ किया जाएगा। उसके बाद जीवाजी यूनिवर्सिटी को मान्यता बहाल करने के लिए आवेदन किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने नए शैक्षणिक सत्र (2020-21) में 27 टीचरों के बैच को प्रवेश देना चाहता है।
ऐसे होता है एडमिशन की प्रक्रिया
शासकीय तात्या टोपे राज्य शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय में एडमिशन के लिए हर वर्ष मार्च-अप्रैल में विज्ञप्ति निकलती है। जिसके बाद आवेदक का पहले फिजिकल टेस्ट लिया जाता है। फिजिकल में 100 मीटर व 800 सौ मीटर दौड़ साथ में हाई जंप, लॉंग जंप और गोला फेंक देखा जाता है।
इसमें पास विद्यार्थियों की लिखित परीक्षा आयोजित की जाती है। इस संस्थान से डिप्लोमा करने के बाद शिक्षकों को प्रमोशन और इंक्रीमेंट में लाभ मिलता है। छात्र किसी सरकारी और प्राइवेट स्कूल में खेल शिक्षक बन सकते हैं और डिग्री करने वाले छात्र डिप्टी डायरेक्टर के पद तक पहुंच सकते हैं।
हमने प्रस्ताव भेजा है
हम चाहते हैं कि नए वर्ष में डिग्री कोर्स शुरु हो जाएं। यहां के लिए फिलहाल आठ टीचरों की आवश्यकता है। इसके लिए हमने कुछ समय पहले ही प्रस्ताव बनाकर भेजा है। यहां विभागीय शिक्षकों और बाहरी छात्र फिजिकल एजुकेशन का कोर्स कर सकेंगे। अरविंद सिंह, ज्वॉइंट डायरेक्टर स्कूल शिक्षा,ग्वालियर