इस साल कम घोडी चढेंगें दूल्है: 8 आठ दिन गुरु पुष्य व रवि पुष्य, चार चंद्र और 2 दो सूर्य ग्रहण

Bhopal Samachar

भोपाल। ग्रहो की चाल में सन 2020 शादियो के मामले में पिछले साल की तुलना में कम दिन कोटे में आए हैं। गुजरे साल 2019 के मुकाबले में आधे भी नही हैं। 2019 में 111 दिन दूल्हैं घोडी चढे थे इस बार केवल 52 दिन ही ग्रहो ने ऐसा मौका दिया हैं कि शादियां सम्पनं हो सके।

इसके अतिरिक्त ज्योतिषिय गणना में  4 गुरु और 4 रवि पुष्य सहित खरीदी के 8 महामुहूर्त भी होंगे। चार चंद्र और दो सूर्य ग्रहण भी लगेंगे। इनमें भारत में तीन चंद्र ग्रहण का असर रहेगा जबकि एक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।

ज्योर्तिविदो के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार विवाह मुहूर्त की संख्या में काफी कमी आई है। इससे पहले 2017 और 2018 में भी 2020 की तरह ही क्रमशः 54 और 59 मुहूर्त थे। हालांकि पिछले तीन वर्षों की तुलना में इस वर्ष सबसे कम विवाह मुहूर्त होंगे।

ज्योर्तिविद् विजय अड़ीचवाल के अनुसार 2020 खरीदी का महामुहूर्त गुरु पुष्य चार और रवि पुष्य भी चार दिन रहेगा। वर्ष 2019 में पांच दिन रवि और तीन दिन गुरु पुष्य जबकि 2018 में सिर्फ तीन दिन रवि और दो दिन गुरु पुष्य का संयोग बना था।

इन तारीखों पर बजेगी शहनाई, निकलेगी बारात
जनवरी : 15, 16, 17, 18, 19, 20, 26, 29, 30, 31 सहित कुल दस दिन ।
फरवरी : 1, 3, 4, 9, 10, 11, 14, 15, 25, 26, 27, 28 सहित कुल 12 दिन। ।
मार्च : 10 और 11 सहित कुल दो दिन।
अप्रैल : 16, 17, 25, 26 सहित कुल चार दिन।
मई : 1, 2, 4, 5, 6, 15, 17, 18, 19 व 23 सहित कुल दस दिन।
जून : 11, 15, 17, 27, 29, 30 सहित कुल छह दिन।
नवंबर : 27, 29, 30 सहित कुल तीन दिन।
दिसंबर : 1, 7, 9, 10, 11 सहित कुल चार दिन।

इन तारीखों पर रहेंगे सूर्य और चंद्र ग्रहण
पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगेगा जो भारत में देखा जा सकेगा।
दूसरा चंद्र ग्रहण चंद्र ग्रहण 5 जून को लगेगा। इसकी दृश्यता भारत में रहेगी।
तीसरा चंद्र ग्रहण 5 जुलाई को पड़ेगा।
चौथा चंद्र ग्रहण 30 नवंबर को होगा जो भारत में दिखाई देगा।

यह रहेंगी सूर्य ग्रहण की स्थिती
पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को लगने वाला है जो भारत में दिखाई देगा।
दूसरा सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को होगा जो भारत में दिखाई नहीं देगा।

खरीदारी के महामुहूर्त
गुरु पुष्य : 2 अप्रैल 30 अप्रैल, 28 मई और 31 दिसंबर को आने वाले पुष्य नक्षत्र पर गुरु पुष्य का संयोग बनेगा।
रवि पुष्य : 12 जनवरी, 13 सितंबर,11 अक्टूबर और 8 नवंबर को आने वाले पुष्य नक्षत्र पर रवि पुष्य का संयोग बनेगा।