करैरा। जिले के करैरा क्षेत्र में कृषि विभाग की मिली भगत से व्यापारी किसानों के हिस्से के खाद की कालाबजारी कर रहे है। किसानों को मंडी में उपज के कम दाम मिल रहे हैं, वहीं समय पर खाद भी सोसाइटियों नहीं मिल रहा है रही-सही कसर खाद की कालाबाजारी और अफसरों के ढुलमुल रवैए से पूरी हो रही है किसानों की समस्याओं जैसे खाद, बीज उपलब्ध कराने और बेहतर उत्पादन के लिए सलाह देने के लिए कृषि विभाग का दफ्तर है लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी किसानों की नहीं सुनते हैं
विभाग नहीं करता चैकिंग
कृषि विभाग के अधिकारी किसी भी खाद दुकान संचालक के खिलाफ कोई जांच या कार्रवाई नहीं करते विभागीय अफसर कहते हैं इसका हमें अधिकार नहीं है, लेकिन विभाग इतना लापरवाह बना हुआ है इसके स्टॉक तक की जानकारी भी नहीं रखी जाती जबकि हर रोज व्यापारियों के गोदामों में खाद के ट्रक पर ट्रक खाली हो रहे हैं हालांकि विभाग के पास व्यापारियों के इन गोदामों का भी कोई रिकार्ड नहीं है ऐसे में गोदामों में कहां से किस क्वालिटी का खाद आ रहा है, इससे अफसर पूरी तरह से अनभिज्ञ हैं
अधिकारी-व्यापारियों की सांठगांठ
अधिकारियों की लापरवाही का फायदा उठाते हुए व्यापारी किसानों को मनमाने दाम पर खाद का विक्रय कर रहे हैं यह सारा खेल स्थानीय कृषि अधिकारियों और व्यापारियों की मिलीभगत से चल रहा है यही कारण है अफसर अपने से वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह कर देते हैं इससे वे भी यहां पर आकर जांच करना उचित नहीं समझते इस सीजन में अभी तक किसी भी वरिष्ठ अधिकारी की टीम ने खाद विक्रय करने वाले व्यापारियों के स्टॉक एवं गोदाम की जांच तक नहीं की है।