शिवपुरी। ग्रेड पे बढ़ाने तथा प्रमोशन नियम एक जैसे लागू करने समेत नायब तहसीलदारों को वाहन उपलब्ध कराने की मांग को लेकर तहसीलदार व नायब तहसीलदार 10 से 16 अक्टूबर तक काम बंद हड़ताल पर रहेंगे। हड़ताल का आह्वान मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने किया है।
शिवपुरी तहसीलदार भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार तहसीलदार व नायब तहसीलदारों से प्रशासनिक काम हर प्रकार से ले रही है लेकिन वेतनमान व प्रमोशन के मामले में उच्च स्तर का भेदभाव बना हुआ है। इस आंदोलन के माध्यम से तहसीलदारों का ग्रेड पे 5400 से 6600 रुपए व नायब तहसीलदारों का ग्रेड पे 4200 से 4800 किए जाने का मुद्दा मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि तहसीलदार काे प्रमोशन देने के बाद उन्हें द्वितीय श्रेणी का दर्जा दिया जाता है जबकि जनपद पंचायत के सीईओ को पदोन्नति के बाद प्रथम श्रेणी अधिकारी का दर्जा प्राप्त होता है। यही स्थिति नायब तहसीलदार के प्रमोशन के मामले में है। नायब तहसीलदार को प्रमोशन के बाद 3600 से 4200 ग्रेड पे दिया जाता है।
महिला बाल विकास विभाग के सीडीपीओ को पदोन्नति उपरांत 5400 का ग्रेड पे मिलता है। वेतनमान कम व प्रमोशन में दाेयम दर्जे की नीति लागू होने से तहसीलदार व नायब तहसीलदार अन्य विभागों के अधिकारियों पर प्रशासनिक नियंत्रण बनाने में खुद काे सक्षम महसूस नहीं कर रहे हैं। इसलिए इस प्रदर्शन की तैयारी है।
शिवपुरी तहसीलदार भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार तहसीलदार व नायब तहसीलदारों से प्रशासनिक काम हर प्रकार से ले रही है लेकिन वेतनमान व प्रमोशन के मामले में उच्च स्तर का भेदभाव बना हुआ है। इस आंदोलन के माध्यम से तहसीलदारों का ग्रेड पे 5400 से 6600 रुपए व नायब तहसीलदारों का ग्रेड पे 4200 से 4800 किए जाने का मुद्दा मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि तहसीलदार काे प्रमोशन देने के बाद उन्हें द्वितीय श्रेणी का दर्जा दिया जाता है जबकि जनपद पंचायत के सीईओ को पदोन्नति के बाद प्रथम श्रेणी अधिकारी का दर्जा प्राप्त होता है। यही स्थिति नायब तहसीलदार के प्रमोशन के मामले में है। नायब तहसीलदार को प्रमोशन के बाद 3600 से 4200 ग्रेड पे दिया जाता है।
महिला बाल विकास विभाग के सीडीपीओ को पदोन्नति उपरांत 5400 का ग्रेड पे मिलता है। वेतनमान कम व प्रमोशन में दाेयम दर्जे की नीति लागू होने से तहसीलदार व नायब तहसीलदार अन्य विभागों के अधिकारियों पर प्रशासनिक नियंत्रण बनाने में खुद काे सक्षम महसूस नहीं कर रहे हैं। इसलिए इस प्रदर्शन की तैयारी है।