शिवपुरी। रविवार की सुबह भैंस चराने सिंध नदी के उस पार गया युवक खलक सिंह पुत्र बाबू सिंह यादव निवासी रेजाघाट बदरवास के तैरकर नदी पार करते समय पानी के तेज बहाव में बह गया। जिसका आज सुबह तक कोई सुराग नहीं लगा। रेस्क्यू दल नदी में उतरकर युवक की सर्चिंग में जुटा हुआ है। शाम के समय अंधेरे के कारण रेस्क्यू नहीं हो सका था, लेकिन सुबह होते ही दल ने पानी में सर्चिंग शुरू कर दी, लेकिन इसके बाद भी खलक सिंह का कोई सुराग नहीं लगा।
ज्ञात हो कि खलक सिंह कल रविवार की दोपहर 12 बजे भैंस चराकर वापस अपने घर आने के लिए निकला था। बताया जाता है कि खलक सिंह सिंध नदी के पानी में तैरकर नदी पार कर रहा था, लेकिन उसी दौरान नदी में जलस्तर बढ़ गया। जिसके तेज बहाव में वह बह गया। इस घटना को उसके छोटे भाई परमार यादव ने देख लिया और उसने पुलिस को सूचना दी।
जिस पर पुलिस शाम को घटनास्थल पर पहुंची जहां पानी में युवक की तलाश की गई, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा। रात में अंधेरा होने के कारण रेेस्क्यू अभियान रोक दिया गया, लेकिन आज सुबह से ही रेस्क्यू दल के साथ ग्रामीणों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन समाचार लिखे जाने तक खलक सिंह का कोई सुराग नहीं लगा था।
सीमा विवाद के चलते देर से शुरू हुआ रेस्क्यू
खलक सिंह के नदी में बह जाने की सूचना पुलिस को दी गई। जहां मौके पर बदरवास पुलिस पहुंच गई, लेकिन परिजनों से घाट की दिशा पूछने पर पुलिस ने उक्त क्षेत्र को नई सराय थाने का बताकर कार्यवाही करने से इंकार कर दिया और नई सराय पुलिस को सूचना दी, लेकिन नई सराय थाना पुलिस ने भी यह कहकर पल्ला झाड़ दिया कि यह क्षेत्र उनकी सीमा में नहीं है। पुलिस के इस सीमा विवाद के कारण लगभग 2 घंटे तक रेस्क्यू नहीं हो सका और जब बदरवास पुलिस खलक सिंह की तलाश करने के लिए राजी हुई तब तक अंधेरा हो चुका था जिस कारण कुछ देर तक तलाश करने के बाद रेस्क्यू को रोकना पड़ा।
इनका कहना है-
सिंध नदी में पानी का बहाव काफी तेज है जिस कारण रेस्क्यू करने में परेशानी आ रही है फिर भी रेस्क्यू दल युवक की तलाश के हर संभव प्रयास में जुटा हुआ है।
सतीश सिंह चौहान, टीआई थाना बदरवास