शिवपुरी। गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की परायज के बावजूद शिवपुरी से कई सिंधिया समर्थक अब प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता आने के बाद अब निगम मंडलों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष की दौड़ में लग गए हैं।
कांग्रेस की गुटबाजी के चलते सिंधिया विरोधी कांग्रेसी भी सक्रिय हो गए हैं और उन्हें भरौसा है कि सिंधिया को झटका देने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ उन्हें मौका दे सकते हैं। सूत्रों के अनुसार सिंधिया स्वयं संसदीय क्षेत्र के किसी कांग्रेसी कार्यकर्ता को निगम मंडल अध्यक्ष पद की अनुशंसा कर उपकृत करना नहीं चाहते। हालांकि अनुमान है कि सिंधिया खेमे से 3-4 कांग्रेस नेताओं या कार्यकर्ताओं को सत्ता में भागीदार बनाया जा सकता है।
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से पराजय अप्रत्याशित रही। श्री सिंधिया संसदीय क्षेत्र से 4 बार चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन इस बार उन्होंने जीतने के लिए सबसे अधिक मेहनत की। यहां तक कि उनकी धर्मपत्नि प्रियदर्शनी राजे डेढ़ माह से अधिक समय तक संसदीय क्षेत्र में रहकर प्रचार अभियान से जुड़ी रही।
प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित कई मंत्री लगातार डेरा डाले रहे, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला। जबकि सिंधिया समर्थक सिंधिया की ऐतिहासिक जीत का लगातार दावा करते रहे, परंतु उनकी पराजय से उनके समर्थकों की कलई भी खुल गई। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अब सिंधिया समर्थक किस आधार पर निगम मंडलों में अपनी नियुक्ति की अपेक्षा कर रहे हैं।
पार्टी के लिए उनका योगदान क्या रहा। सिंधिया समर्थक न तो विधानसभा और न ही लोकसभा में कोई गुल खिला सके। परंतु इसके बाद भी आधा दर्जन से अधिक सिंधिया समर्थक पदीय दौड़ में सक्रिय हो गए हैं और यह भी कहा जाने लगा है कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरवीर सिंह रघुवंशी तथा पवन जैन के नाम लगभग फाइनल हो गए हैं और सिंधिया ने भी इन नामों पर अपनी सहमति दे दी है।
जबकि इसके विपरीत यह भी कहा जा रहा है कि जिला कांगे्रस के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस के सचिव विजय शर्मा और पार्षद आकाश शर्मा को उपकृत किया जा रहा है, लेकिन इन खबरों की अभी तक कोई अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है जबकि जिला कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने इन अफवाहों का खण्डन किया है और कहा है किस आधार पर सिंधिया समर्थक निगम मंडल अध्यक्ष पद की मांग कर रहे हैं।
पार्टी के लिए उनका योगदान क्या रहा है। उनके अनुसार शिवपुरी जिले से किसी को भी निगम मंडल में समायोजित नहीं किया जाएगा। सिंधिया खेमे से यदि कोई निगम अध्यक्ष बन सकता है तो वह हैं पूर्व विधायक राजेंद्र भारती और रामनिवास रावत और ग्वालियर के कांग्रेस नेता सुनील शर्मा।