स्मैक काण्ड में निलंबित पुलिसकर्मी भी थाने में कर रहे है ड्यूटी, निंदनीय हैं: धैर्यवर्धन शर्मा | SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar
शिवपुरी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य धैर्यवर्धन शर्मा ने एस पी शिवपुरी से मिलकर स्मैक प्रकरण में की गई आंशिक कार्यवाही के लिए धन्यवाद देने के साथ ही अपर्याप्त कार्यवाही के प्रति अपनी चिंता से अवगत कराते हुए एस पी शिवपुरी को एक पत्र सौपा।

इस पत्र के माध्यम से भाजपा नेता  धैर्यवर्धन ने शिवपुरी एसपी को सम्पूर्ण जिले वासियों की भावनाओं से अवगत कराया। इस पत्र में धैर्यवर्धन ने समस्त पुलिस कर्मियों का डोप टेस्ट कराने, स्मैक के साथ पकडे गए आरोपियों का अल्प्राजोलम एवं ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने तथा प्रकरण में नारकोटिक्स विभाग को कार्यवाही में सम्मिलित करने हेतु सुझाव भी दिए है |


एस पी शिवपुरी से लगभग आधा घंटे की चर्चा में धैर्यवर्धन ने मौखिक तौर पर भी कुछ गोपनीय जानकारी दी।पुलिस अधीक्षक को लिखे इस पत्र में कहा गया है कि जुलाई माह में स्मैक प्रकरणों से शिवपुरी दहल गया है। नाबालिग लड़की एवं एक पुलिस कर्मी की नशे के ओवर डोज के कारण हुई मौत से जन मानस सहमा हुआ है।

पिछले २-३ माह में भी लगभग आधा दर्जन मौतें इस शहर में हुई है। राघवेंद्र नगर में हुई महिला की नृशंस हत्या भी स्मैक का ही दुष्परिणाम थी। स्मैक पीते हुए पुलिस के सिपाही की वीडियो से उत्पन्न जनचर्चाओं में लोग कह रहे है कि जिले में लगभग 50 पुलिस कर्मचारी स्मैक का सेवन कर रहे है।

उन्होंने कहा कि आपके द्वारा की गयी अनुशंसा पर 6 पुलिस कर्मियों के विरुद्ध आई.जी. महोदय ग्वालियर द्वारा की गयी कार्यवाही भी अभिनंदनीय है। भाजपा नेता धैर्यवर्धन ने कहा कि हालाँकि पुलिस द्वारा प्रशंसनीय कदम उठाते हुए अनेक लोगों को स्मैक का नशा करते हुए गिरफ्तार कर चुकी है परन्तु यह कार्यवाही पर्याप्त नहीं है।

स्मैक पीते हुए गिरफ्तार किये गए लोग, एवं मृतक नाबालिग प्रकरण में जेल भेजे गए लोगों को रिमांड पर न लिया जाना भी चिंता का विषय है।मृतक सिपाही की भी कॉल डिटेल की जाँच की जाना आवश्यक है। अब तक पकड़े गए स्मैक वालों से क्या पुलिस को यह जानकारी नहीं जुटानी चाहिए कि आखिर उनको स्मैक दे कौन रहा है। स्मैक मामले में अब तक हुई पुलिस की मंथर कार्यवाही बेहद निराशाजनक हैं।

सम्पूर्ण शिवपुरी जिले में बड़ी संख्या में स्मैक का सेवन किया जा रहा है। नागरिकों की शिकायत पर जून माह में बैराड़ थाने के आरक्षक दीप चंद एवं प्रधान आरक्षक संजीव कुमार को तत्कालीन एस.पी. के द्वारा लाइन अटैच किया गया था।यह दोनों पुलिस कर्मी 1 माह बीत बाद भी आज भी बैराड़ थाने में पदस्थ है।

स्मैक विक्रेताओं से संलिप्तता के गंभीर आरोप के बावजूद भी थाना प्रभारी द्वारा अभी तक दोनों को रिलीव न किये जाना बेहद चिंताजनक है। इसी माह पकडे गए स्मैक का नशा करने वाले एवं पूर्व में भी जिले क विभिन्न थानों के चिन्हित हुए स्मैकियों से नए सिरे से पूछताछ कर शिवपुरी जिले के मुख्य सप्लायर तक पहुंचा जा सकता है।स्मैक के नशे में पिछले दिनों चिन्हित हुई आल्टो कार में बैठे व्यक्तियों के खिलाफ भी अब तक कोई कार्यवाही न होना भी बेहद चिंताजनक हैं।

पुलिस के अनुविभागीय अधिकारीयों को भी समय सीमा में ऐसे लोगों को चिन्हित करना, धर-पकड़ करने एवं उनसे आवश्यक पूछताछ कर सप्लायर्स तक पहुँचने हेतु ठोस कदम उठाये जाकर जिले को स्मैक मुक्त करने की दिशा में गंभीर प्रयास किये जाने की नितांत आवश्यकता है |