शिवपुरी। शिवपुरी-गुना लोकसभा से कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव हारे है। जब से कांग्रेस शासित नपा शिवपुरी में विधवा विलाप जारी हैं। अध्यक्ष नपा नही आ रहे हैं,जिससे शहर में भीष्ण जलसंकट ने दस्तक दे दी हैं। इस झुलसने वाली गर्मी में लोग दिन भर में इतना पानी एकत्रित नही कर पा रहे हैं जितना वे इस पानी को भरने में अपना पसीना बहा देते हैं।
शहर के कमलागंज से सटे वार्ड 32 व 33 के लोग बूंद बूंद पानी के लिए परेशान हो गए हैं। यहां पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। मडीखेडा पेयजल परियोजना की आधी अधूरी लाइन बिछ चुकी हैं, लेकिन उसमें न तो कनेक्शन और न ही पानी आता। करीब 400 से 500 आबादी के लिए यहां हर दिन एक टैंकर पानी आता है, लेकिन उस टैंकर पर मारामारी के हालात निर्मित हो जाते हैं। दो कट्टी पानी के लिए मारपीट की नौबत आ जाती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी की आवश्यकता हैं, लेकिन किसी भी हाल में पानी नहीं मिल पा रहा। नपा के जनप्रतिनिधि हालात पूछने तक नहीं आते। जो पानी लेकर टैंकर रोज आता है, वह पीने लायक नहीं होता। इसलिए हालात और ज्यादा गंभीर हो जाते हैं। लोगों को दूर दराज से पीने का पानी लाना पड़ता है।
जिसके घर में जितने सदस्य उतना लड़कर भर लेते हैं पानी
इस वार्ड के निवासी अनिल मौर्य बताते हैं कि हमारे वार्ड में एक टैंकर पानी हर दिन आता है और कभी कभार दूसरा टैंकर भी आ जाता है, लेकिन एक टैंकर पर जब 400 से ज्यादा लोग आश्रित हैं तो मारपीट की नौबत आ जाती है। जिसके घर में जितने सदस्य होते हैं वह लड़ झगड़कर उतना ही पानी भर लेते हैं। यदि घर में कोई पुरुष सदस्य न हो तो कुछ घरों को पानी ही नहीं मिल पाता।
दो कट्टी पानी के लिए आए दिन होते हैं झगड़े
वार्ड के लोगों ने बताया कि टैंकर के आते ही लोग उस पर टूट पड़ते हैं। दो दो कट्टी पानी के लिए एक दूसरे से झगड़ा तक होने लगता है। झगड़ा कई बार तो इतना बढ़ जाता है कि एक दूसरे के साथ मारपीट तक हो जाती है। पानी को लेकर यहां किसी दिन हालात इतने खराब हो जाएंगे कि यहां लाठी डंडे तक चल जाएंगे।
जो दबंग वह डाल देते हैं टैंकर में लेजम
वार्ड के लोगों का कहना है कि वार्ड में जो दबंग हैं, वह लोग टैंकर में लेजम डाल देते हैं। जिससे दूसरे लोगों को पानी तक नहीं मिल पाता है। कुछ लोग अपने ड्रम तक भर लेते हैं। ऐसे में किसी को पानी तक नहीं मिल पा रहा हैं। लोगों का कहना है कि टैंकर के आते ही बड़ी बड़ी लेजम लोग डालते हैं और उससे पूरा पानी भर लेते हैं जबकि कुछ लोग खाली कट्टी लिए ही रह जाते हैं।
टैंकर से भी गंदे पानी की हो रही सप्लाई
वार्ड के लोगों का कहना है कि टैंकर जो पानी ला रहा है वह भी गंदा पानी लेकर आ रहा है जिससे पीने के लायक तक नहीं हैं उससे तो सिर्फ कपडे ही धो रहे हैं जबकि नहाने और पीने के लिए दूर दराज से पानी लेकर आते हैं। लोगों का कहना है कि नपा को वार्ड में पानी देने की जिम्मेदारी हैं लेकिन नपा लोगों को पानी तक नहीं पिला पा रही है।
पार्षद जब से चुनाव जीते वार्ड में नहीं आए
वार्ड के लोगों का कहना है कि पार्षद जब से चुनाव जीतकर गए हैं तब से उन्होंने वार्ड की सुध तक नहीं ली है। ऐसे में लोग भीषण जलसंकट से जूझ रहे हैं। लोगों को पानी पिलाने की जबावदारी पार्षद की हैं लेकिन पार्षदों के दर्शन तक दुर्लभ हो गए हैं। वार्ड में कम से कम 3 से 4 टैंकर पानी हर रोज आना चाहिए लेकिन महज एक टैंकर से लोगों की पूर्ति नहीं हो पा रही है।
पार्षद जब से चुनाव जीते वार्ड में नहीं आए
वार्ड के लोगों का कहना है कि पार्षद जब से चुनाव जीतकर गए हैं तब से उन्होंने वार्ड की सुध तक नहीं ली है। ऐसे में लोग भीषण जलसंकट से जूझ रहे हैं। लोगों को पानी पिलाने की जबावदारी पार्षद की हैं लेकिन पार्षदों के दर्शन तक दुर्लभ हो गए हैं। वार्ड में कम से कम 3 से 4 टैंकर पानी हर रोज आना चाहिए लेकिन महज एक टैंकर से लोगों की पूर्ति नहीं हो पा रही है।
वार्ड 32 में 45 दिन से खराब नलकूप
वार्ड 32 में 45 दिन से नलकूप की मोटर खराब पडी है और इस मोटर को सही तक नपा ने नही कराया है। यहां के लोगों का कहना है कि पाइप और मोटर बदल दी जाए तो कुछ हद तक जलसंकट से निजात मिल सकती है। नलकूप में पानी है। फिर भी नपा का इस ओर कोई ध्यान नहीं हैं।
यह बोले लोग
आजाद खान ने कहा कि हमारे वार्ड में पानी की भारी किल्लत हो गई है। एक टैंकर आता है, जिससे वार्ड 32 और 33 दोनों के लोग पानी भरते हैं। हर दिन झगडे के हालात बन रहे हैं।
बहादुर सिंह कबीर ने कहा कि पानी के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं। हमारे इलाके का नलकूप 45 दिन से खराब पड़ा है। पाइप भी फूट गए। नगर पालिका कोई ध्यान नहीं दे रही, जबकि नलकूप में पानी भी है।
इमरान खान ने कहा कि रोज एक टैंकर पानी आता है। भरने वाले 400 से ज्यादा लोग हैं। जिसके घर में ज्यादा सदस्य होते हैं वह लड़ झगड़कर पानी भर लेता है। वरना पानी नहीं मिलता।
अनिल मौर्य ने कहा कि पानी के लिए लातूर जैसे हालात बन रहे हैं। हमारे इलाके में एक टैंकर के हवाले लोग रोज झगडा करते हैं। टैंकर का पानी पीने योग्य भी नहीं होता। वह दूर से लाना पडता है।
यह बोले सीएमओ
प्रत्येक वार्ड के लिए हमने टैंकर अनुबंधित किए हुए हैं। इसके अलावा नगर पालिका के टैंकर भी पानी लेकर भेज रहे हैं। वार्ड 32 और 33 के जिस इलाके में आपने जलसंकट की बात बताई है वहां यदि पानी की और आवश्यकता है तो टैंकर की संख्या बढ़ाएंगे।
केके पटैरिया, सीएमओ नपा शिवपुरी।