अक्षय तृतीया पर बन रहा है विशेष योग, घर-घर पहुँचेगी लक्ष्मी, 100 वर्ष बाद बना है यह सयोंग | SHIVPURI NEWS

Bhopal Samachar
शिवपुरी। सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। इस बार विशेष संयोगवश शुभ मुहूर्त के बीच 7 मई को अक्षय तृतीया पड़ रही है। 

इस दिन कई शुभ कार्य भी किए जाते हैं जिनका फल अक्षय होता है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक लगभग 100 वर्षों के बाद अक्षय तृतीया पर इस बार विशेष संयोग बन रहा है बुधादित्ययोग एवं चंद्र भौम का लक्ष्मी योग बन रहा है। किस तिथि को अक्षय माना जाता है अर्थात जिस का कभी क्षय नहीं होता ।

अक्षय तृतीया को सबसे शुभ विवाह मुहूर्त भी माना जाता है अर्थात जिनके विवाह में कोई परेशानी आ रही हो या विशेष तिथि का चयन नहीं हो पा रहा हो वह अक्षय तृतीया को बिना मुहूर्त देखे विवाह क्रिया संपन्न करते हैं। इस वर्ष भी जिले में हजारो विवाह इस दिन में होंगे जिसके चलते इन दिनों बाजार में ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ रही है तथा लोग शादियों के लिए विशेष खरीदारी कर रहे हैं।

अक्षय तृतीया पर ज्वेलर्स दुकानदार भी सोना चांदी की खरीददारी पर दे रहे हैं। मार्केट में कई तरह के ऑफर दिए जा रहे हैं कोई गोल्ड के आभूषण की मेकिंग चार्जेस में छूट दे रहा है तो कोई आभूषणों के मूल्य पर 25 प्रतिशत तक छूट दे रहा है कोई एक तय राशि से ज्यादा की गोल्ड ज्वेलरी ज्वेलरी की खरीद पर डिस्काउंट ऑफर भी कर रहा है। अक्षय तृतीया के दिन सोने चांदी की चीजें खरीदने की परंपरा है।

पंडित राजेंद्र के अनुसार इस दिन जप, दान, पुण्य इत्यादि जो भी कार्य किए जाते हैं वे अक्षय फल प्रदान करने वाले होते हैं। इस दिन विष्णु लक्ष्मी की अर्चना चंदन सुगंधित पुष्पों द्वारा करनी चाहिए। इस दिन पितरों की प्रसन्नाता के लिए जल कलश, पंखा, खड़ाऊ, छाता, सत्तू, ककड़ी, खरबूजा, फल, शक्कर, घी आदि दान करने की मान्यता भी है। इस बार अक्षय तृतीया पर की जाने वाली खरीदी से घरों में समृद्धि का वास होगा अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा करने और सोने की खरीदारी करने से घर में धन की कमी नहीं रहती है।